मेरी बातें ,
मेरी बातें ,कई बार ,
सरकारी दफ्तर की परत ज़मी मेज़ पर ,
जिसके अधखुले ड्रावर को ,
लोहे की पतली तार से बांधा गया हो ,
पर रखी फाइलों में ,
पीले कागज़ पर गढ़ी है ,
मेरी बातें .
मेरी बातों में कोई ट्विस्ट नहीं है ,
मेरी बातों पर कोई ट्वीट नहीं है ,
कइयों के लिए ,वो स्वीट नहीं है .
मेरी बातों में हर लम्हों में कहानियां है ,
इंस्ट्राग्राम स्टोरीज नहीं है .
मेरी बातें .
मेरी बातें ,
वक़्त की शाख पर ,
टिक टिक चल रही है ,
टिक टॉक पर ,
उनका अकाउंट नहीं है .
मेरी बातें .
फीड्स ,
फॉलोवर्स ,
व्यूज़ के बाजार में ,
मेरी बातें अनुभव से सबक को फॉलो करती है ,
मेरी बातें .
मेरी बातें .
तूलिका