Friday, June 16, 2017

गुलाबी

गुलाबी

आज फिर ऊँगली कट गई .
आज फिर सफ़ेद आलू गुलाबी हो गए
आज फिर बच्चे ने कहा .
ये क्या हो गया मम्मा?
रुको थर्मामीटर लाता हूँ ,( बेटे के लिए हर मर्ज थर्मामीटर से ठीक होना माना जाता है )
चलो चप्पल पहनो,
चलो डॉक्टर को दिखाना पड़ेगा !
उसको कैसे बताऊ ,
ये गुलाबी आलू ,
गुलाबी सी ज़िन्दगी है ,
जो काँटों में खिल रही है ,
टहनियां कड़क है ,
लेकिन सूरज से मिल रही है ,
अब लहू का वो रंग नहीं रहा ,
अब ये धब्बे कुछ अलग से है ,
सुर्ख लाल नहीं है ,
शोखी कही साहस में बदल रही है ,
आँखे नमी से गुलाबी ,
हाँथ गुलाबी ,
मौसम गुलाबी
गुलाबी सी ज़िन्दगी है ,
जो काँटों में खिल रही है ,

तूलिका