Friday, August 5, 2011

तलाश

तलाश


ज़िंदगी में तलाश है ,

किसकी मुझे तलाश है,

आप है ,

हम है ,

सब तो पास है ,

कही ठहरा वास है ,

कि ज़िंदगी में तलाश है |


पथरीले हो रस्ते ,

लेकिन तुम्हारे वास्ते ,

गम नहीं कंकड़ मिले ,

गर हों कांटे भले ,

कही दुबकी आस है ,

कि ज़िंदगी में तलाश है |


उनसे भी दूर हूँ ,

तुम्हारे भी न करीब हूँ,

गहरी शाम सा सफ़र है ,

गंभीर सी डगर है ,

वो हलकी सी प्यास है ,

कि ज़िंदगी में तलाश है |


हंसी से लबालब चेहरों के बीच हूँ ,

नकली स्वार्थी पंछी का नीर हूँ ,

प्रकृति के तो पास हूँ ,

पर किसी के न साथ हूँ ,

शुष्क लों लिए रात है ,

कि ज़िंदगी में तलाश है |


स्वपन है बिखरे पड़े ,

कहीं टूटे ,

कहीं बने ,

कि मंजिल मिले ,

विश्वास जगे ,

सहमी सी ये आस है ,

कि ज़िंदगी में ज़िंदगी को तलाश है |



तूलिका

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