Saturday, September 3, 2011

युग्म


युग्म 

हार और जीत ,
एक मीत एक प्रीत| 
साथ न हो पर ,
दूर न इनकी रीत ,
की इमान बने जीत ,
की हारे हर टीस ,
हार और जीत ,
एक मीत एक प्रीत |

उमंग नवनीत .
कोई वार न हो शीत ,
मधुर बातचीत ,
हो दर्द भयभीत   ,
हार और जीत ,
एक मीत एक प्रीत |

शुद्ध राजनीत ,
जहा रंग न हो पीत,
न उपजे कहीं पतित ,
न कानून हो विवादित 
हार और जीत 
एक मीत एक प्रीत |

विकसित तकनीक ,
रौशन हो हर दीप ,
मल्हार संग नीड़ ,
व्यक्तित्व पर न हो छींट,
हार और जीत ,
एक मीत एक प्रीत |

न रिश्तों में हो खीज ,
की गूंजे लय गीत ,
आपस में न उपेक्षित ,
हर राग धुन  प्रेरित 
हार और जीत
एक मीत एक प्रीत |

तूलिका