नई उड़ान
मै तुम और नन्ही मुस्कान ।
की सपने नए है ,की दीखते खड़े है ,
की पाना है उनको ,जो आगे बढे है ,
की तुम न मचलना , न तुम डगमगाना ,
की हम भी कई तूफानों से लड़े है ,
मिली है हमको ये सोगात विहान ,
मै तुम और नन्ही मुस्कान ,
हौसलों की नयी उड़ान ।
तूलिका