Saturday, April 25, 2015

हथियार

शिशु जब रोता है ,
माँ को ,
पिता को ,
दादी को ,
नानी को
पड़ोसी को,
दूधवाले को ,
सब्जीवाले को ,
धोबी को ,
आया को ,
सबकी माया को ,
लगता है उसे कोई बात है ,
शायद भूख है ,
प्यास है ,
या कोई आस है.....
लेकिन कुछ नए ,
 समृद्ध ,प्रभुद्ध जीवियों का मानना है
रोना एक हथियार है
आंसू एक औजार है ,
जो चलता है
बरसता है
दौड़ता है ,भागता है ,
नानी कहती है ,
रोष निकालता  है
 दर्द सेहराता है
ये मरहम है ,पिघलता है ,
लेकिन कुछ नए ,
 समृद्ध ,प्रभुद्ध जीवियों का मानना है
रोना एक हथियार है
दूसरे के हों तो  वार है
अपने होतो अंधियार है। .
शायद सही है
रोते  देखना स्वीकार है
रुलाना अधिकार है ,
रोना तो हथियार है

तूलिका !

Thursday, March 26, 2015

मुबारक !


दोस्त मुबारक ,
जगह मुबारक ,
आन मुबारक ,
मान मुबारक ,
तुम्हे  मुबारक तुम्हारी शान मुबारक!

सुबह मुबारक ,
 शाम मुबारक ,
विहान मुबारक,
रात मुबारक ,
पल पल का वो रोब मुबारक !

चेहरों की वो भीड़ मुबारक ,
हंसी की वो टीस मुबारक ,
 संदेशों का ऍप   मुबारक ,
तकनिकी में वास मुबारक!


 खास मुबारक ,
पास मुबारक ,
अख़बारों का पेज  मुबारक ,
फ़रेबियों  का हाथ  मुबारक !

अपहरण मुबारक ,
सरफ़रोश मुबारक ,
अब तक छप्पन ,ट्रॉय मुबारक !

सर्द मुबारक ,
गर्द मुबारक ,
सख्त मुबारक,
नर्म  मुबारक ,
हरा मुबारक ,
लाल मुबारक,
तुम्हे तुम्हारा साथ मुबारक  !